- शिमला के संजौली में नशे की ओवरडोज से युवक की मौत, स्थानीय जनता का प्रदर्शन
- छह घंटे तक पुलिस चौकी का घेराव, सत्तारूढ़ दल के पार्षद भी विरोध में शामिल
- चिट्टा तस्करी पर सख्त कानून बनाने की मांग, उग्र आंदोलन की चेतावनी
Shimla Drug Overdose Protest: शिमला के उपनगर संजौली में नशे की ओवरडोज से एक युवक की मौत के बाद स्थानीय लोगों ने बुधवार को पुलिस चौकी के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। गुस्साए लोगों ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि चिट्टा (हेरोइन) का अवैध कारोबार लगातार बढ़ रहा है और पुलिस तस्करों पर प्रभावी कार्रवाई नहीं कर रही।
छह घंटे तक चला प्रदर्शन, सत्तारूढ़ दल के पार्षद भी शामिल
प्रदर्शनकारी लगातार छह घंटे तक पुलिस चौकी के बाहर और चौक पर धरने पर बैठे रहे। खास बात यह रही कि प्रदर्शनकारियों में सत्तारूढ़ दल कांग्रेस के पार्षद भी शामिल थे। नगर निगम के पार्षद नरेंद्र ठाकुर, विनय शर्मा और अंकुश वर्मा के नेतृत्व में लोगों ने पुलिस प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लगाए।
18 से ज्यादा युवाओं की मौत, बढ़ती नशाखोरी पर चिंता
पिछले दो महीनों में हिमाचल में नशे की ओवरडोज से 18 से ज्यादा युवाओं की मौत हो चुकी है। बीती शाम भी संजौली के एक होटल के टॉयलेट में एक युवक मृत अवस्था में मिला। यह एक महीने के भीतर शहर में चौथी मौत है।
सख्त कानून की मांग, उग्र आंदोलन की चेतावनी
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि प्रदेश सरकार को नशे के खिलाफ कड़े कानून बनाने चाहिए। पार्षद नरेंद्र ठाकुर ने विधानसभा में चल रहे बजट सत्र का जिक्र करते हुए 68 विधायकों से सख्त कानून लाने की अपील की। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि नशे पर अंकुश नहीं लगाया गया, तो आने वाले दिनों में शिमला में उग्र आंदोलन होगा।
शहर में खुलेआम बिक रहा है चिट्टा
स्थानीय लोगों का आरोप है कि शहर में चिट्टे की खुलेआम बिक्री हो रही है, लेकिन पुलिस कार्रवाई के बावजूद तस्कर कुछ ही दिनों में छूट जाते हैं। प्रदर्शनकारियों ने एसपी को मौके पर बुलाने की मांग की और शाम छह बजे तक धरने पर डटे रहे।